हिमांशु साँगाणी
गरियाबंद राजिम। छत्तीसगढ़ का प्रयागराज कहलाने वाला राजिम, न सिर्फ अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यहां हर साल नवरात्रि के दौरान हजारों श्रद्धालु मां दुर्गा की उपासना और ज्योति कलश स्थापना करते हैं। इसी श्रद्धा को ध्यान में रखते हुए राजिम नगर पंचायत अध्यक्ष महेश यादव ने तहसीलदार को पत्र लिखकर मांग की है कि नवरात्रि 2025 के दौरान मांस और मदिरा की सभी दुकानें बंद रखी जाएं।

राजिम का धार्मिक इतिहास और नवरात्रि की परंपरा
राजिम, महानदी, पैरी और सोंढूर नदियों के संगम पर बसा हुआ है, जिसे छत्तीसगढ़ का प्रयागराज भी कहा जाता है। यह स्थान राजीव लोचन मंदिर और कुंभ मेले के लिए विख्यात है। यहां नवरात्रि के दौरान श्रद्धालु माता की भक्ति में लीन रहते हैं, ज्योति कलश प्रज्वलित करते हैं और व्रत रखते हैं। ऐसे में नगर पंचायत अध्यक्ष का मानना है कि इस पवित्र अवसर पर मांस और मदिरा की बिक्री से धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंच सकती है।
नगर पंचायत अध्यक्ष की मांग और श्रद्धालुओं की प्रतिक्रिया
नगर पंचायत अध्यक्ष महेश यादव ने अपने पत्र में लिखा कि नवरात्रि के दौरान मांस और शराब की बिक्री बंद करने से नगर की धार्मिक परंपराओं का सम्मान होगा। इस पर श्रद्धालुओं ने समर्थन जताया, जबकि कुछ व्यापारियों ने कहा कि अगर प्रशासन इस पर कोई आदेश जारी करता है, तो वे नियमों का पालन करेंगे।
क्या प्रशासन लेगा कोई बड़ा फैसला
अब सवाल यह है कि क्या प्रशासन राजिम में नवरात्रि 2025 के दौरान मांस और मदिरा की बिक्री पर रोक लगाने का आदेश देगा? या फिर यह सिर्फ एक अनुरोध तक ही सीमित रहेगा? इस फैसले पर पूरे नगर की नजरें टिकी हुई हैं।