लखपति दीदी का स्वाद 60 हजार के लोन से 15 लाख के घर तक का सफर, गरियाबंद राज्योत्सव में तीन दिन में 67 हजार की बिक्री।

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By Sangani

​लखपति दीदी का स्वाद गरियाबंद राज्योत्सव 2025 गांधी मैदान में लगे एमीन साहू के स्टॉल पर उमड़ रही भारी भीड़, पारंपरिक छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का स्वाद चखने लोग बेताब पढ़ें पूरी खबर पैरी टाईम्स पर।

गरियाबंद 25वें छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस के अवसर पर गरियाबंद के गांधी मैदान में आयोजित राज्योत्सव में यूं तो कई स्टॉल लगे हैं, लेकिन एक स्टॉल पर लोगों की भीड़ कम होने का नाम नहीं ले रही है। यह स्टॉल है राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त लखपति दीदी।एमीन साहू का, जो अपने हाथों से बने पारंपरिक छत्तीसगढ़ी व्यंजनों के स्वाद से सबका दिल जीत रही हैं। ​एमीन साहू की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने राज्योत्सव के शुरुआती तीन दिनों में ही 67 हजार रुपये से अधिक की बिक्री कर एक नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया है।

​लखपति दीदी का स्वाद

लखपति दीदी का स्वाद दिल्ली से गरियाबंद तक… काम वही, नाम वही

​एमीन साहू की ख्याति सिर्फ गरियाबंद तक सीमित नहीं है। वह हाल ही में सितंबर माह में दिल्ली में हुए एक बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व करने गई थीं, जहां उन्होंने अपने व्यंजनों से ढाई लाख रुपए से ज्यादा की जबरदस्त इनकम की थी। इसके अलावा हरियाणा सहित कई जगहों पर अपने हाथों के स्वाद का जादू बिखेर कर आई है एमीन दीदी बताती हैं कि वह रायपुर के राज्योत्सव में भी हर साल जाती हैं, लेकिन पिछले दो सालों से वह गरियाबंद के राज्योत्सव में अपनी सेवाएं दे रही हैं और यहाँ के लोगों को ठेठरी, खुरमी,साबूदाना का बड़ा ,मूंग दाल का बड़ा चीला फरहा जैसे छत्तीसगढ़ी व्यंजन परोस कर उसकी खुशबू फैला रही हैं।

8 साल का संघर्ष और 15 लाख का घर

​एमीन साहू की यह सफलता किसी मिसाल से कम नहीं है। उन्होंने 8 साल पहले शून्य से यह काम शुरू किया था। तब उन्होंने 60 हजार रुपये का छोटा सा लोन लेकर छत्तीसगढ़ी व्यंजन बनाने का व्यवसाय शुरू किया था। उनकी लगन और व्यंजनों के स्वाद ने लोगों को उनका मुरीद बना दिया। उनके इस काम में उनके पति सहित चार बच्चे भी हाथ बंटाते हैं। पहले 60 हजार का लोन चुकाने के बाद, उन्होंने अपने काम को बढ़ाने के लिए एक लाख रुपये का लोन और लिया और उसे भी समय पर चुका दिया। आज एमीन साहू अपने इसी व्यवसाय के दम पर 15 लाख रुपये की लागत से अपना खुद का घर बना रही हैं। वह बताती हैं कि इस घर के लिए लगभग 10 लाख रुपये उन्होंने इसी काम को करते-करते जमा किए हैं। इसके अलावा एमिन साहू ने ई रिक्शा भी लिया हुआ है जिसे वे अपने काम के लिए इस्तेमाल करती है।।

शादी-ब्याह में भी पहुँची छत्तीसगढ़ी व्यंजनों की महक

​एमीन साहू की सफलता सिर्फ मेलों तक सीमित नहीं है। उन्होंने छत्तीसगढ़ी व्यंजनों को वह सम्मान दिलाया है जिसकी वे हकदार हैं। एमीन बताती हैं कि पहले लोग शादी-ब्याह जैसे बड़े कार्यक्रमों के लिए पारंपरिक व्यंजनों का ऑर्डर देने से कतराते थे, लेकिन अब समय बदल गया है। अब उन्हें शादी-ब्याह के लिए भी छत्तीसगढ़ी व्यंजनों के ऑर्डर मिल रहे हैं, जो उनके हुनर की बहुत बड़ी जीत है।

ग्रामीण महिलाओं के लिए प्रेरणा

​एमीन साहू आज ग्रामीण क्षेत्र की उन हजारों महिलाओं के लिए एक जीती-जागती मिसाल बन गई हैं, जो रोजगार की आवश्यकता रखती हैं या दिन भर में 100-200 रुपये कमा कर भी उसे बहुत बड़ी राशि मानती हैं। एमीन ने साबित कर दिया है कि अगर लगन और हुनर हो, तो छोटे से लोन से भी लाखों का सफर तय किया जा सकता है। फिलहाल, गरियाबंद राज्योत्सव में उनके स्टॉल पर स्वाद और संस्कृति का अनूठा संगम देखने को मिल रहा है।

यहाँ चखें 12 महीने छत्तीसगढ़ी स्वाद

यदि आप गरियाबंद राज्योत्सव में एमीन दीदी के हाथ का स्वाद चखने से चूक गए हैं, तो निराश होने की जरूरत नहीं है। अगर आप उनके इन पारंपरिक छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का स्वाद 12 महीने लेना चाहते हैं, तो आप राजिम में उनकी दुकान पर जा सकते हैं, जहाँ यह लजीज स्वाद हमेशा आपका इंतजार कर रहा है।

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