हिमांशु साँगाणी Pairi Times 24×7 डेस्क:
गरियाबंद में इस बार सरकार नहीं, सेवा घर तक पहुंची—प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण गरियाबंद 2025 के तहत जब जिले के कलेक्टर श्री दीपक कुमार अग्रवाल स्वयं 70 वर्षीय निराश्रित ढेलीबाई सिन्हा के घर पहुंचे, तो ये सिर्फ एक सर्वे नहीं, बल्कि प्रशासनिक संवेदनशीलता की मिसाल बन गया।

ढेलीबाई जी के छोटे से घर में मोबाइल एप से ऑनलाइन सर्वे करते हुए कलेक्टर ने यह साबित कर दिया कि योजना का लाभ अब फाइलों में नहीं, फिल्ड में मिलेगा। ढेलीबाई, जिनके पति नहीं रहे और बेटी की शादी हो चुकी है, अब अकेली रहती हैं। लेकिन उन्हें शासन से मनरेगा कार्ड, वृद्धावस्था पेंशन, महतारी वंदन योजना, राशन और शौचालय जैसी कई सुविधाएं मिल रही हैं। उल्लास कार्यक्रम से पढ़ना भी सीख चुकी हैं—और अब उन्हें घर की भी उम्मीद है।

कलेक्टर ने अपील की है कि 30 अप्रैल 2025 से पहले सभी पात्र हितग्राही खुद या ग्राम पंचायत सचिव, रोजगार सहायक या आवास मित्र की मदद से ‘आवास प्लस 2.0 मोबाइल ऐप’ के ज़रिए पंजीयन कराएं।
इस अभियान का शुभारंभ मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने बस्तर से किया था। गरियाबंद में ‘मोर दुआर – साय सरकार’ महाभियान के तहत 15 से 30 अप्रैल तक विशेष सर्वे पखवाड़ा चलाया जा रहा है। 17 से 19 अप्रैल को विधायकों से लेकर जनपद सदस्यों तक सभी जनप्रतिनिधि सर्वेक्षण में भाग ले रहे हैं।
और भी खबरें देखे …..बार-बार गांजा तस्करी करता रहा ‘लोकेश