आदित्या शुक्ला / धमतरी
धमतरी शहर के रिसाईपारा स्थित राधाकृष्ण ज्वेलरी दुकान में हुई चोरी की वारदात का पुलिस ने 12 दिनों के भीतर खुलासा कर दिया है। पुलिस की सायबर सेल और थाना सिटीकोतवाली की संयुक्त कार्रवाई ने इस हाई-प्रोफाइल केस को सुलझाकर बड़ी सफलता हासिल की। चोरी की घटना ने शहरवासियों को हैरान कर दिया था, लेकिन सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी साक्ष्यों की मदद से आरोपी को दबोच लिया गया।
चोरी की वारदात: आधी रात का खेल
8 नवंबर की रात करीब 3:20 बजे प्रवीण वर्मा, जो ज्वेलरी दुकान के मालिक हैं, को सूचना मिली कि उनकी दुकान का शटर आधा खुला है। जब वे मौके पर पहुंचे, तो दुकान का ताला टूटा हुआ था और अंदर कीमती चांदी के जेवर, बैटेक्स आभूषण और 17,000 रुपये नकद चोरी हो चुके थे। चोरी गए सामान की कुल कीमत 95,000 रुपये आंकी गई थी।
तेज कार्रवाई: सायबर सेल और पुलिस की टीम मैदान में
घटना के बाद पुलिस अधीक्षक आंजनेय वार्ष्णेय के निर्देश पर एक विशेष टीम गठित की गई। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मणीशंकर चंद्रा और डीएसपी नेहा पवार के मार्गदर्शन में टीम ने तकनीकी साक्ष्य और सीसीटीवी फुटेज खंगालने के साथ मुखबिरों का जाल बिछाया।
20 नवंबर को मुखबिर से सूचना मिली कि एक संदिग्ध युवक धमतरी बस स्टैंड के पास मौजूद है। टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर अमन उर्फ आर्मी चौहान (23 वर्ष) नाम के आरोपी को हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने चोरी की वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया।
बरामदगी: चांदी और नकदी की वापसी
आरोपी के कब्जे से चांदी के जेवरात, बैटेक्स के आभूषण और नकदी मिलाकर कुल 3,73,640 रुपये का सामान बरामद किया गया। आरोपी ने बताया कि उसने राधाकृष्ण ज्वेलरी दुकान का ताला तोड़कर यह चोरी की थी। इस केस को सुलझाने में सायबर सेल प्रभारी निरीक्षक सन्नी दुबे और थाना प्रभारी राजेश मरई की अगुवाई में टीम ने जबरदस्त काम किया। उनके साथ प्रआर. लोकेश नेताम, हरिशंकर सिन्हा, और आरक्षक योगेश नाग सहित 20 से अधिक पुलिसकर्मियों ने इस सफलता में योगदान दिया। आरोपी अमन चौहान को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा जा रहा है। पुलिस के अनुसार, आरोपी का आपराधिक इतिहास भी खंगाला जा रहा है, ताकि अन्य वारदातों में उसकी संलिप्तता का पता लगाया जा सके।