गरियाबंद/हिमांशु साँगाणी
छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में 14 अक्टूबर को शिक्षक एलबी संवर्ग ने अपनी प्रमुख मांगों को लेकर जिलाधीश और जिला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा के नेतृत्व में जिला संयोजक परमेश्वर निर्मलकर और ब्लॉक संयोजक जितेंद्र सोनवानी के साथ अन्य शिक्षक नेता शामिल थे। ज्ञापन मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री, वित्त मंत्री, और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को संबोधित किया गया, जिसमें वेतन विसंगतियों और लंबित महंगाई भत्ते की मांग की गई है।
शिक्षकों का कहना है कि वे लंबे समय से अपने अधिकारों और वेतन संबंधित समस्याओं को लेकर संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन सरकार की ओर से अभी तक कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है। इसी के विरोध में 24 अक्टूबर को जिले के सभी एलबी संवर्ग के शिक्षक सामूहिक अवकाश पर रहकर जिला मुख्यालय में धरना-प्रदर्शन करेंगे। रैली के माध्यम से अपनी मांगों को दोबारा शासन तक पहुंचाने का प्रयास करेंगे।
शिक्षकों की प्रमुख मांगों में समतुल्य वेतनमान में सुधार, 1.86 के गुणांक पर वेतन निर्धारण, पुरानी पेंशन योजना की बहाली और 4 प्रतिशत महंगाई भत्ते की अदायगी शामिल हैं। इसके अलावा, उन्होंने बिलासपुर उच्च न्यायालय के याचिका क्रमांक WA/261/2024 में डबल बैंच द्वारा पारित निर्णय दिनांक 28/02/2024 के तहत सभी पात्र एल बी संवर्ग के शिक्षको के लिए क्रमोन्नति/समयमान का विभागीय निर्णय का हवाला देते हुए सभी पात्र शिक्षकों को क्रमोन्नति और समयमान वेतन प्रदान करने की भी मांग की है।
इस आंदोलन की तैयारी जोर-शोर से की जा रही है। ज्ञापन सौंपने के दौरान उपस्थित शिक्षक नेताओं में जिला सहसंयोजक सुरेश केला, जिला सहसंयोजक नंदकुमार रामटेके, ब्लॉक संयोजक संजय यादव, डॉक्टर ओपी वर्मा, गनेश्वर साहू, सुनील मेहर, रोम लाल निषाद, कृष्ण कुमार बया, सरस कुमार सोम, सडानंद सर्वांकर, नारायण निषाद, भारत साहू, बैजनाथ नेताम, आर एस कंवर, दिनेश निर्मलकर आदि उपस्थित थे।