हिमांशु साँगाणी/गरियाबंद
गरियाबंद जिले में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक 18 वर्षीय युवती सुरेखा ओटी की हत्या उसके प्रेमी और उसके दोस्त ने मिलकर कर दी। युवती का शव बोईरगांव के एक कुएं में मिला, जिसने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया। इस मामले में गरियाबंद पुलिस ने तेज कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
गुमशुदगी से हत्या तक का सफर
16 अक्टूबर 2024 को सुरेखा ओटी के घर से अचानक गायब होने की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। परिवार वाले चिंतित थे, क्योंकि सुरेखा बिना बताए घर से निकली थी। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए खोजबीन शुरू की। 18 अक्टूबर को एक स्थानीय महिला ने बोईरगांव के खेतों में स्थित एक कुएं में सुरेखा का शव पाया, जिससे गुमशुदगी का मामला हत्या में बदल गया।
प्रेमजाल में उलझी हत्या की कहानी
पुलिस की जांच में यह खुलासा हुआ कि सुरेखा के प्रेमी बाला राम मलिक ने अपने दोस्त धनीराम नेताम के साथ मिलकर इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया। बाला राम और सुरेखा के बीच पिछले कुछ महीनों से प्रेम संबंध था, लेकिन सुरेखा के शादी के दबाव से परेशान होकर बाला राम ने उसे खत्म करने की साजिश रची। उसने 15 अक्टूबर की रात सुरेखा को मिलने बुलाया और उसे जंगल में ले जाकर उसकी हत्या कर दी। धनीराम ने उसके सिर पर ईंट से वार कर शव को कुएं में फेंक दिया।
हत्या के पीछे मानसिक तनाव या दबाव?
पुलिस की शुरुआती जांच के अनुसार, बाला राम पर शादी का दबाव इतना बढ़ गया था कि उसने हत्या जैसा घिनौना कदम उठाया। क्या यह केवल प्रेम संबंध था या इसके पीछे कोई और गहरी वजह है, यह पुलिस की आगे की जांच से स्पष्ट हो सकेगा।
आरोपियों की पहचान
- बाला राम मलिक (22), निवासी कटिंगपानी, ओडिशा,2. धनीराम नेताम (30), निवासी मडवापथरा, गरियाबंद ।