हिमांशु.. पैरी टाईम्स 24×7 डेस्क गरियाबंद
नक्सल साजिश जंगलों की खामोशी के बीच ज़मीन के नीचे दबा था 10 किलो का रहस्य। कुछ सेकंड की देरी होती, तो एक बड़ी तबाही तय थी। जवानों ने हौसले से वो किया जो नामुमकिन लगता था। जानिए पूरा घटनाक्रम Pairi Times 24×7 पर।
गरियाबंद धमतरी जिले में नक्सलियों की एक खौफनाक साजिश को पुलिस ने समय रहते नाकाम कर दिया। शनिवार 11 अक्टूबर की सुबह थाना नगरी क्षेत्र अंतर्गत ग्राम फरसिया से चंदनबाहरा मार्ग पर सर्चिंग के दौरान पुलिस दल को संदिग्ध स्थिति में 10 किलो वज़न का कमांड-टिपिन आईईडी मिला। यह वही रास्ता है जहां ग्रामीणों की आवाजाही होती है । ज़रा सोचिए, अगर यह बम फटता तो कितनी जानें जा सकती थीं!

नक्सल साजिश कैसे खुली साजिश की परतें
मुखबिर से मिली गुप्त सूचना ने पुलिस को सतर्क किया था कि नक्सलियों ने फरसिया–चंदनबाहरा मार्ग पर विस्फोटक लगाया है और आसपास के जंगलों में उनकी गतिविधियां देखी गई हैं।
एसपी सूरज सिंह परिहार के निर्देशन में और एएसपी शैलेन्द्र पांडेय के हमराह में डीआरजी और बीडीएस टीम का संयुक्त बल मौके के लिए रवाना हुआ। गहन सर्चिंग के दौरान पुलिस की नज़र उस “मौत के जाल” पर पड़ी, जो जमीन में बारीकी से दबाया गया था।
साहसिक कार्रवाई में टली बड़ी वारदात
डीआरजी की सुरक्षा और बीडीएस की तकनीकी दक्षता से आईईडी को सावधानीपूर्वक सुरक्षित रूप से निष्क्रिय कर नष्ट कर दिया गया। इस अभियान ने न सिर्फ एक बड़ी नक्सली साजिश को विफल किया, बल्कि सुरक्षा बलों की त्वरित कार्रवाई ने साबित कर दिया कि धमतरी पुलिस हर चुनौती के लिए तैयार है।
पुलिस का जनता से संदेश
धमतरी पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि किसी भी संदिग्ध वस्तु या व्यक्ति की जानकारी तुरंत निकटतम थाना या डायल 112 पर दें। आपकी छोटी-सी सतर्कता, किसी बड़ी त्रासदी को रोक सकती है।