हिमांशु साँगाणी / गरियाबंद
गरियाबंद। फिंगेश्वर की सूखा नदी में चल रहे अवैध रेत उत्खनन पर कलेक्टर के निर्देश पर राजस्व विभाग और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई ने बड़ा असर दिखाया। रात के अंधेरे में दबिश देकर प्रशासन ने दो चैन माउंटेन जप्त किए, जिससे रेत माफियाओं में हड़कंप मच गया।सूत्रों के अनुसार, रेत माफिया लंबे समय से सूखा नदी में अवैध उत्खनन कर रहे थे। प्रशासन की टीम के पहुंचने की भनक लगते ही माफिया मौके से भाग निकले। बताया जा रहा है कि इस कार्रवाई को योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया गया।
कलेक्टर के सख्त निर्देशों के बाद यह कार्रवाई की गई, सूखा नदी लंबे समय से रेत माफियाओं के अवैध खनन का केंद्र बनी हुई थी। प्रशासन ने गुप्त सूचना के आधार पर रात में ऑपरेशन को अंजाम दिया। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, इस इलाके में अवैध रेत खनन से बड़ी कमाई हो रही थी, जो अब प्रशासन की रडार पर है।
अवैध उत्खनन का अड्डा बनी सूखा नदी
सूखा नदी, जो प्राकृतिक संसाधनों का एक अहम स्रोत है, लंबे समय से रेत माफियाओं का निशाना बनी हुई है । प्रशासन को सूचना मिली थी कि रात के अंधेरे में बड़े पैमाने पर रेत उत्खनन किया जा रहा है। कार्रवाई के दौरान मौके पर बड़े स्तर के खनन के सबूत मिले हैं।
रेत माफियाओं पर बढ़ेगी सख्ती
प्रशासन का कहना है कि जिले में अवैध खनन गतिविधियों को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। फिंगेश्वर समेत अन्य क्षेत्रों में भी इसी तरह की कार्रवाई की जाएगी।