हिमांशु साँगाणी
गरियाबंद में विकास कार्यों की समीक्षा और गुणवत्ता जांच के लिए शनिवार सुबह से ही कलेक्टर दीपक अग्रवाल के नेतृत्व में प्रशासनिक अधिकारियों की एक मेगा टीम निरीक्षण दौरे पर निकली। इस दौरान जिले में चल रहे कई निर्माण कार्यों का जायजा लिया गया। दौरे के दौरान जहां तहसील परिसर में घटिया निर्माण को लेकर कलेक्टर का गुस्सा फूटा, वहीं नगरवासियों को स्विमिंग पूल की सौगात की भी घोषणा हुई।

तहसील परिसर में घटिया निर्माण पर गरजा प्रशासन
निरीक्षण के दौरान जब कलेक्टर तहसील परिसर पहुंचे, तो वहां चल रहे भवन निर्माण कार्य में भारी लापरवाही देखने को मिली। निर्माण में गुणवत्ताहीन सामग्री का उपयोग किया जा रहा था, जिससे भवन की मजबूती पर सवाल खड़े हो गए। यह देखते ही कलेक्टर दीपक अग्रवाल भड़क उठे और मौके पर मौजूद PWD अधिकारियों को कड़ी चेतावनी दी।
PWD अधिकारियों को मिली सख्त हिदायत
कलेक्टर ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यदि निर्माण कार्य में सुधार नहीं हुआ, तो संबंधित अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने निर्देश दिया कि निर्माण कार्य गुणवत्ता के मानकों के अनुरूप हो और हर स्तर पर निगरानी रखी जाए।
नगरवासियों को मिला स्विमिंग पूल का तोहफा
इस दौरे के दौरान कलेक्टर ने गरियाबंद में मिनी स्टेडियम के पास अत्याधुनिक स्विमिंग पूल बनाने पर विचार किया जा रहा है । इसके लिए प्रस्ताव मंगाया गया है । प्रस्ताव पास होने के निर्माण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी । यह खबर सुनकर खेल प्रेमियों और नगरवासियों में उत्साह का माहौल है।
सुबह से ही निरीक्षण में जुटी प्रशासन की मेगा टीम
इस निरीक्षण दौरे में जिला पंचायत सीईओ, आदिवासी आयुक्त, नगर पालिका अध्यक्ष रिखी यादव, नगर पालिका सीएमओ, नायब तहसीलदार, पटवारी सहित राजस्व विभाग और PWD के कई अधिकारी शामिल थे। टीम ने तालाबों के निर्माण कार्य और अन्य विकास योजनाओं की समीक्षा भी की और सुधार के निर्देश दिए।
गरियाबंद में विकास कार्यों में अब नहीं चलेगी लापरवाही
कलेक्टर ने साफ कर दिया है कि अब किसी भी निर्माण कार्य में गुणवत्ता से समझौता नहीं किया जाएगा। नगरवासियों को भी उम्मीद है कि प्रशासन की इस सख्ती से भविष्य में निर्माण कार्यों की गुणवत्ता में सुधार होगा और गरियाबंद का विकास सही दिशा में आगे बढ़ेगा।