हिमांशु साँगाणी / गरियाबंद
गरियाबंद दक्षिण बस्तर समेत छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में आज सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। सुबह 7:27 बजे शुरू हुए इन झटकों ने बीजापुर, सुकमा और दंतेवाड़ा जिलों को हिला दिया। भूकंप का केंद्र पड़ोसी राज्य तेलंगाना के मुलगु जिले में बताया जा रहा है। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.3 मापी गई।
तेलंगाना का करीमनगर रहा केंद्र, कैमरों में कैद हुए झटके
भूकंप के झटके तेलंगाना के भद्राचलम और करीमनगर में भी महसूस किए गए। सीसीटीवी कैमरों में झटकों के दृश्य कैद हो गए, जिससे घटना की गंभीरता स्पष्ट होती है।
दक्षिण बस्तर में पहली बार महसूस हुए झटके
यह पहला मौका है जब दक्षिण बस्तर के बीजापुर और सुकमा जैसे इलाकों में भूकंप के झटके दर्ज किए गए। दंतेवाड़ा के कई स्थानों पर भी लोग इस अप्रत्याशित घटना से सहम गए। झटके इतनी तीव्रता के थे कि लोग घबराकर घरों से बाहर निकल आए। हालांकि, भूकंप से अभी तक किसी बड़े नुकसान की सूचना नहीं है, लेकिन स्थानीय प्रशासन ने सतर्कता बरतने की सलाह दी है। विशेषज्ञों के अनुसार, तेलंगाना के मुलगु और करीमनगर क्षेत्र इस घटना का केंद्र रहे। भूकंप का असर छत्तीसगढ़ के साथ-साथ आसपास के अन्य इलाकों में भी देखा गया।
भविष्य के लिए चेतावनी
इस घटना ने प्रशासन और स्थानीय लोगों को प्राकृतिक आपदाओं के प्रति तैयार रहने की चेतावनी दी है। हालांकि कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन भविष्य में ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन की योजनाओं को मजबूत करना जरूरी है।
दक्षिण बस्तर जैसे शांत क्षेत्रों में भूकंप जैसी घटनाएं न केवल पर्यावरणीय चेतावनी हैं, बल्कि क्षेत्रीय विकास योजनाओं पर पुनर्विचार करने का मौका भी देती है