हिमांशु साँगाणी / गरियाबंद
गरियाबंद जिले के देवभोग ब्लॉक के ग्राम पंचायत कदलीमुड़ा में भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप सामने आए हैं। ग्रामीणों ने सरपंच बेलमती पुजारी और सचिव बसंत सिंहा पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए 17 बिंदुओं पर शिकायत दर्ज करवाई है। ग्रामीणों ने अपनी शिकायत देवभोग जनपद पंचायत के सीईओ रवि सोनवानी को सौंपी थी, जिसके बाद एक जांच टीम गठित की गई।
जांच टीम ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों की शिकायतों की पड़ताल शुरू की, जिसमें कई चौंकाने वाले खुलासे हुए। आरोप है कि कागजों पर कार्य दिखाए गए हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर उनका कोई अस्तित्व नहीं है। जांच के दौरान पाया गया कि कई निर्माण कार्यों के लिए राशि आहरित की गई, लेकिन धरातल पर कोई कार्य नहीं हुआ।
फर्जी बिलों से राशि आहरण का आरोप
ग्रामीणों ने 15वें वित्त आयोग की राशि से फर्जी बिलों के जरिए धन आहरण का आरोप लगाया है। शिकायत में बताया गया है कि उप स्वास्थ्य केंद्र के पास 1 लाख रुपए की लागत से नाली निर्माण का कार्य केवल कागजों में हुआ है। इसके अलावा, रंगमंच निर्माण के लिए 50 हजार रुपए, मिडिल स्कूल में सफाई के लिए 50 हजार रुपए और शेड निर्माण के लिए 1 लाख रुपए की राशि आहरित की गई है, लेकिन इन कार्यों का कोई अता-पता नहीं है।
सीईओ का बयान
देवभोग जनपद पंचायत के सीईओ रवि सोनवानी ने बताया कि ग्रामीणों की शिकायत पर जांच टीम मौके पर भेजी गई थी। टीम ने अपनी जांच पूरी कर ली है और रिपोर्ट जल्द ही सौंपेगी। रिपोर्ट के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी। इस प्रकरण के खुलासे से पंचायत में भ्रष्टाचार को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं, और ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है।