हिमांशु साँगाणी
गरियाबंद। अब ग्रामीणों को अपने राजस्व मामलों के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने जिले में राजस्व पखवाड़ा शुरू करने का ऐलान किया है, जिससे गांवों में ही भूमि विवाद, नामांतरण, सीमांकन, बंटवारा, ऋण पुस्तिका, भू-अधिकार पत्र, जाति, निवास और आय प्रमाण पत्र जैसी समस्याओं का त्वरित समाधान मिलेगा।

तीन चरणों में चलेगा अभियान
यह विशेष अभियान तीन चरणों में आयोजित होगा—
- पहला चरण: 7 अप्रैल से 21 अप्रैल
- दूसरा चरण: 13 मई से 27 मई
- तीसरा चरण: 16 जून से 30 जून
हर पंचायत में पहुंचेगी राजस्व टीम
कलेक्टर दीपक कुमार अग्रवाल के निर्देशानुसार, राजस्व विभाग की टीमें गांव-गांव जाकर शिविर लगाएंगी। शासन की मंशा है कि गांवों में ही राजस्व समस्याओं का समाधान हो, ताकि लोगों को दफ्तरों के चक्कर न काटने पड़ें।
कहां-कहां लगेगा शिविर?
राजस्व पखवाड़ा के तहत 7 से 9 अप्रैल के बीच विभिन्न पंचायतों में शिविरों का आयोजन होगा—
➡️ गरियाबंद तहसील: बारूका, दांतबायकला, पारागांव, मरौदा, जोबा, सड़क परसुली, आमदी।
➡️ राजिम तहसील: बरभाठा, बसीन, पोखरा।
➡️ फिंगेश्वर तहसील: पसौद, पाली, भसेरा।
➡️ छुरा तहसील: अकलवारा, कुटेना, अमेठी, अतरमरा, साजापाली, घटकर्रा।
➡️ मैनपुर तहसील: दबनई, गोपालपुर, देहारगुड़ा।
➡️ अमलीपदर तहसील: तेतलखुंटी, मुड़गेलमाल, धरनीढोडा, सरगीगुड़ा, खोखमा, चिखली।
➡️ देवभोग तहसील: सीनापाली, बरकानी, सुकलीभाठा।
गांव वालों को क्या करना होगा?
जो भी व्यक्ति जमीन से जुड़े विवादों या राजस्व मामलों में परेशानी झेल रहे हैं, वे इन शिविरों में जाकर अपने दस्तावेजों के साथ आवेदन कर सकते हैं। मौके पर ही उनकी समस्या का समाधान किया जाएगा।
गांव के लोगों को बड़ी राहत!
ग्रामीणों का कहना है कि यह पहल उनके लिए बेहद फायदेमंद होगी। इससे न केवल समय की बचत होगी, बल्कि पारदर्शी और सुगम प्रक्रिया के तहत सभी दस्तावेजों को आसानी से प्राप्त किया जा सकेगा।
तो देर किस बात की? अपने नजदीकी पंचायत शिविर में पहुंचें और राजस्व मामलों से जुड़ी परेशानियों का समाधान पाएं!