*हिमांशु साँगाणी / गरियाबंद
जगदलपुर – बस्तर का प्रसिद्ध चित्रकोट जलप्रपात पहली बार पर्यटकों के लिए बंद रहेगा। प्रशासन के हालिया आदेश ने स्थानीय और बाहरी पर्यटकों को चौंका दिया है। बस्तर विकास प्राधिकरण ने एक अहम दो घंटे की बैठक के बाद यह फैसला लिया, जिसके तहत 17 और 18 नवंबर को जलप्रपात पर ताला लगा रहेगा।
रविवार को ही होती है सबसे अधिक भीड़,उसी दिन रहेगा बंद ।
विशेष रूप से, यह फैसला ऐसे समय में आया है जब क्षेत्र में पर्यटन अपने पिक सीजन पर होता है। रविवार को, जब जलप्रपात पर आमतौर पर सबसे ज्यादा भीड़ उमड़ती है, पर्यटकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने का आदेश है। सवाल यह है कि प्रशासन ने पर्यटन सीजन में ही जलप्रपात बंद करने का फैसला क्यों लिया? और इससे बस्तर के पर्यटन पर क्या असर पड़ेगा?
बंद क्यों किया गया इससे जुड़ी कोई जानकारी नही दी गई है ।
यह कदम क्यों उठाया गया, इसकी स्पष्ट जानकारी प्रशासन की ओर से अब तक नहीं दी गई है। लेकिन स्थानीय लोगों और पर्यटन उद्योग से जुड़े व्यक्तियों का मानना है कि इसके पीछे सुरक्षा या रखरखाव से जुड़ी चिंताएं हो सकती हैं। चित्रकोट जलप्रपात को ‘भारत का नायग्रा’ कहा जाता है, और इसे देखने के लिए देश-विदेश से पर्यटक आते हैं। ऐसे में अचानक लिए गए इस निर्णय ने पर्यटन उद्योग और पर्यटकों के बीच हलचल मचा दी है।