हिमांशु साँगाणी / गरियाबंद
गरियाबंद। मंगलवार रात नेशनल हाईवे 130 सी पर एक फिल्मी सीन सा दृश्य देखने को मिला, जब ग्रामीणों और वन विभाग की सक्रियता से लकड़ी तस्करी कर रहे एक ट्रक को नेशनल हाईवे पर रोक लिया गया। ट्रक चालक ने ग्रामीणों और वन विभाग की टीम को चकमा देकर भागने की कोशिश की, लेकिन ग्रामीणों की सूझबूझ और हिम्मत ने तस्करी के खेल को बेनकाब कर दिया।
अंधेरा होने के बाद दर्रीपारा से निकला था संदिग्ध ट्रक
मामला रावण डिग्गी ग्राम पंचायत के इलाके का है, जहां देर शाम एक किसान के खेत से संदिग्ध ट्रक निकला। ट्रक में सेमहर प्रजाति की गीली लकड़ी भरी हुई थी। जब ग्रामीणों ने ट्रक को दर्रीपारा में रोकने की कोशिश की, तो चालक ने रफ्तार बढ़ाकर ट्रक को वहां से भगा दिया और गांव से आगे निकल आया । इसकी जानकारी ग्रामीणों ने वन विभाग को दी
नेशनल हाईवे पर जाम लगाकर रोका ट्रक
वन विभाग को सूचना मिलते ही नवागढ़ वन परिक्षेत्र की टीम सक्रिय हुई। ग्रामीणों के सहयोग से नेशनल हाईवे पर भिरालाट गांव के पास सड़क जाम लगाकर ट्रक को रोका गया। आखिरकार, चालक को मजबूरन ट्रक रोकना पड़ा।
दस्तावेजों में मिली खामियां, गीली लकड़ी पर नहीं थी परमिशन
वन विभाग की जांच में ट्रक चालक ने राजस्व से संबंधित कुछ दस्तावेज दिखाए, लेकिन वन विभाग की परमिशन नदारद थी। साथ ही, गीली लकड़ी काटने की अनुमति वन विभाग से मिलना संभव ही नहीं है।
ड्राइवर और मालिक पर केस दर्ज
वन विभाग ने देर रात ट्रक (क्रमांक CG 06 GF 8149) को जब्त कर लिया और चालक टाकेश्वर ध्रुव व ट्रक मालिक हनीफ रजा के खिलाफ अवैध कटाई और परिवहन का मामला दर्ज किया है। ट्रक को गरियाबंद वन विभाग कार्यालय लाकर आगे की कार्रवाई की गई।वन विभाग ने आश्वासन दिया है कि मामले की विस्तृत जानकारी और जांच के निष्कर्ष सुबह तक साझा किए जाएंगे।