हिमांशु साँगाणी पैरी टाईम्स 24×7 डेस्क गरियाबंद
गोबरा नवापारा में पनडुब्बी मशीन का खुलासा, खनिज विभाग ने 20 हाइवा रेत और मशीन जप्त की। प्रशासन की कार्रवाई के बीच माफिया का जुगाड़ टेक्नोलॉजी से अवैध उत्खनन जारी पढ़ें पूरी खबर पैरी टाईम्स पर ।
गरियाबंद नवापारा रेत माफियाओं की अक्ल और इनोवेशन देखकर गूगल भी शर्मा जाए नदी-नाले से रेत निकालने पर एनजीटी ने पाबंदी लगा दी थी, लेकिन माफियाओं ने सोचा जब चाँद पर पानी ढूँढने मशीनें जा सकती हैं, तो महानदी से रेत क्यों नहीं? और फिर मैदान में उतरी पनडुब्बीनुमा मशीन।

गोबरा नवापारा में पनडुब्बी मशीन
गोबरा नवापारा में पनडुब्बी मशीन रेत माफिया और जुगाड़ विश्वविद्यालय
बरसात में नदियों में पानी भर गया तो रैम बनाना मुश्किल हो गया। अब साधारण आदमी तो यही कहेगा रुक जाओ भाई, कानून है। लेकिन रेत माफिया ने कहा कानून की चिंता मत करो, जुगाड़ यूनिवर्सिटी से नया कोर्स किया है।बबोट पर मशीन चढ़ाई, पाइप नदी में डाली और शुरू हो गया पानी के अंदर से रेत चूसने का धंधा।

दिन में साधु, रात में रेत चोर
दिन के उजाले में पूरा माहौल ऐसे रहता जैसे गांव में कोई शादी ब्याह हो सब सामान्य, सब सादा। लेकिन रात होते ही चेन माउंटेन और हाइवा निकलते, और महानदी का सीना छलनी होने लगता। पंचायत और जनप्रतिनिधि इस खेल को देख रहे थे, लेकिन शायद उनके चश्मे रात में काम नहीं करते।
प्रशासन का ऑपरेशन पनडुब्बी
1 सितंबर को आखिरकार प्रशासन को भी लग गया कि माफिया टेक्नोलॉजी में उनसे दो कदम आगे निकल चुके हैं। अभनपुर एसडीएम रवि सिंह के आदेश पर तहसीलदार विक्रांत सिंह राठौर और खनिज विभाग की टीम मौके पर पहुँची
घंटों की मशक्कत के बाद 20 हाइवा रेत, चेन माउंटेन और वो पनडुब्बी मशीन बरामद की गई, जिसे माफिया ने 1 किलोमीटर दूर छुपा रखा था। जैसे पुलिस चोरी हुए भैंस ढूँढे, वैसे खनिज विभाग मशीन ढूँढता रहा और आखिर थाने तक खींच लाया।
समाचार लिखे जाने तक कार्रवाई जारी थी और माफिया अगली टेक्नोलॉजी शायद ड्रोन से रेत उत्खनन की तैयारी कर रहे होंगे।
यह भी पढ़ें ….CG NEWS अब मौत भी होगी वेरिफाई इस नगर निगम का नया नियम बना लोगों में चर्चा का विषय ।