नागेन्द्र दुबे / अम्बिकापुर
अम्बिकापुर 19 नवंबर। शिक्षा के क्षेत्र में असाधारण योगदान और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए डीएवी मुख्यमंत्री पब्लिक स्कूल, कलामांजन ओडगी की शिक्षिका सुजाता दास को सम्मानित किया गया। यह सम्मान समारोह 15 नवंबर 2024 को अंबिकापुर के प्रतिष्ठित राजमोहिनी भवन में आयोजित हुआ, जिसका आयोजन छत्तीसगढ़ का पहरेदार अखबार द्वारा किया गया।
मुख्य अतिथि एन. पांडेय और राजेंद्र बहादुर ने सुजाता दास को प्रमाण पत्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर सुजाता दास ने शिक्षा के महत्व पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने बताया कि शिक्षा न केवल व्यक्ति को ज्ञान प्रदान करती है, बल्कि उसे आत्मविश्वास और जीवन की चुनौतियों से निपटने की क्षमता भी देती है। सुजाता दास ने शिक्षा के महत्व को रेखांकित करते हुए कुछ प्रमुख बिंदुओं पर प्रकाश डाला ।
- ज्ञान और समझ: शिक्षा व्यक्ति को विभिन्न विषयों में जानकारी देती है, जिससे वह दुनिया को बेहतर ढंग से समझ सकता है।
- कौशल और योग्यता: शिक्षा व्यक्ति को बहुमुखी कौशल में पारंगत करती है, जिससे वह अपने जीवन में सफलता प्राप्त कर सकता है।
- आत्मविश्वास: शिक्षा व्यक्ति के भीतर आत्मविश्वास का संचार करती है, जिससे वह अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर पाता है।
- सामाजिक और आर्थिक विकास: यह व्यक्ति को सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से मजबूत बनाने में सहायक होती है।
- निर्णय लेने की क्षमता: शिक्षा व्यक्ति को निर्णय लेने की क्षमता विकसित करती है, जिससे वह सही निर्णय ले पाता है।
- स्वतंत्रता और आत्मनिर्भरता: यह व्यक्ति को आत्मनिर्भर बनने की दिशा में प्रेरित करती है।
- समाज में योगदान: शिक्षा व्यक्ति को समाज की उन्नति में सक्रिय योगदान देने में सक्षम बनाती है।
सम्मान समारोह में छत्तीसगढ़ का पहरेदार की रिपोर्टर काजल यादव, प्रकाश गुप्ता, सूरज गुप्ता, प्रीति पटेल और अन्य पत्रकार साथी उपस्थित थे। सुजाता दास ने मीडिया के महत्व पर भी चर्चा की और बताया कि किस तरह प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक, और वेब पोर्टल्स मिलकर समाज को सूचित रखने में अहम भूमिका निभाते हैं। यह सम्मान समारोह शिक्षा के महत्व को रेखांकित करते हुए शिक्षकों के योगदान को पहचानने का एक उत्कृष्ट उदाहरण रहा।