हिमांशु साँगाणी पैरी टाइम्स 24×7 डेस्क गरियाबंद
अंधविश्वास अपराध गरियाबंद के मंदिर में मूर्तियों पर खून लगाने से गांव में सनसनी! पुलिस ने अंधविश्वास में फंसे दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। पढ़िए पूरी खबर Pairi Times 24×7 पर।
गरियाबंद जिले के राजिम थाना क्षेत्र में शनिवार सुबह उस वक्त हड़कंप मच गया, जब गांव के मंदिर में विराजमान देवी-देवताओं की मूर्तियों पर खून लगा हुआ पाया गया। मंदिर में लगे खून के निशान देखकर श्रद्धालु घबरा गए और देखते ही देखते पूरे गांव में सनसनी फैल गई।

अंधविश्वास अपराध
अंधविश्वास अपराध गांव में मची अफरातफरी, पुलिस को दी गई सूचना
घटना की सूचना मिलते ही थाना राजिम पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की। मंदिर में खून लगने की पुष्टि होते ही पुलिस ने आसपास के ग्रामीणों से पूछताछ शुरू की और संदेह के आधार पर ग्राम देवरी स्कूलपारा के लीला राम साहू और कामता प्रसाद साहू को हिरासत में लिया।
पूछताछ में निकला चौंकाने वाला सच
थाना प्रभारी के मुताबिक, पूछताछ में दोनों आरोपियों ने कबूल किया कि उन्होंने अंधविश्वास में आकर मूर्तियों पर खून का तिलक लगाया। उनका मानना था कि देवी-देवताओं को खून का तिलक करने से घर में सुख-समृद्धि और धन-दौलत आती है। पुलिस ने इस अंधविश्वास को अपराध मानते हुए दोनों के खिलाफ धारा 298 और 3(5) बीएनएस के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है।
आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने दोनों आरोपियों के विरुद्ध पृथक से प्रतिबंधात्मक कार्यवाही भी की है। फिलहाल दोनों को न्यायालय में पेश किया गया है और पुलिस ने ग्रामीणों से अपील की है कि इस तरह के अंधविश्वास और अफवाहों से दूर रहें।
गिरफ्तार आरोपी:
लीला राम साहू पिता श्याम लाल साहू, उम्र 42 वर्ष, निवासी ग्राम देवरी स्कूलपारा, थाना राजिम
कामता प्रसाद साहू पिता अधारी साहू, उम्र 50 वर्ष, निवासी ग्राम देवरी स्कूलपारा, थाना राजिम