हिमांशु साँगाणी/ गरियाबंद
गरियाबंद, जिले के लोकप्रिय धार्मिक स्थल घटारानी मंदिर में आज सुबह एक जंगली भालू के अचानक पहुंचने से अफरा-तफरी मच गई। भालू को देख पर्यटक हैरान रह गए और वहां एकत्र भीड़ में हलचल शुरू हो गई। वन अधिकारियों के अनुसार, भालू पानी और भोजन की तलाश में मंदिर परिसर में आया था।
वन विभाग का कहना है कि हाल के दिनों में वन्य जीवों की बस्तियों में बढ़ती आवाजाही पर्यावरणीय असंतुलन का संकेत देती है। इसी तरह शनिवार को जतमई क्षेत्र में एक दंतैल हाथी के पानी की तलाश में आने की घटना सामने आई थी। बढ़ते मानवीय हस्तक्षेप और वन क्षेत्रों में पानी तथा भोजन की कमी के कारण वन्य जीव अपने प्राकृतिक आवास छोड़कर अब मानव आबादी की ओर बढ़ रहे हैं, जो एक गंभीर स्थिति को दर्शाता है।
हालांकि पर्यटकों की सुरक्षा को देखते हुए वन विभाग ने हाई अलर्ट जारी किया है। पर्यटकों को सावधानी बरतने और भालू से सुरक्षित दूरी बनाए रखने की सलाह दी गई है। वन विभाग के अधिकारी लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं ताकि किसी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
इस घटना ने एक बार फिर इस समस्या को उजागर किया है कि वन्य जीव अपने रहने के लिए सुरक्षित वातावरण ढूंढने में असमर्थ हो रहे हैं। पर्यावरणविदों का मानना है कि वन्य क्षेत्रों में मानवीय हस्तक्षेप को सीमित कर प्राकृतिक संसाधनों को बहाल करना आवश्यक है।