धमतरी, छत्तीसगढ़ — बाल दिवस के अवसर पर धमतरी जिले के 202 स्कूली छात्रों ने एक ऐसा अनुभव किया जिसने उनके भविष्य की तस्वीर बदल दी। जिला कलेक्टर नम्रता गांधी की पहल पर, इन छात्रों को एक दिन के लिए ‘शैडो ऑफिसर’ बनाया गया। इस कदम ने न केवल बच्चों के बीच उत्साह की लहर दौड़ाई बल्कि उनके मन में अधिकारी बनने का सपना भी जगा दिया। छात्रों ने जिला कलेक्ट्रेट, पंचायत, और शिक्षा विभाग समेत कई अन्य विभागों में जाकर अधिकारियों के कार्यों का निरीक्षण किया और उनके कार्यदायित्वों को समझा। इस पहल का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य छात्रों को सरकारी कामकाज की बारीकियों से परिचित कराना और उनकी नेतृत्व क्षमता को उभारना था।
शेडो ऑफिसर बने छात्र हुए अभिभूत ।
नगरी ब्लॉक के 12वीं कक्षा के छात्र प्रवीण कुमार साहू को ‘शैडो कलेक्टर’ बनने का अवसर मिला। प्रवीण ने बताया, “यह अनुभव मेरे लिए अविस्मरणीय रहा। मैंने न केवल कलेक्टर मैडम के साथ कामकाज सीखा, बल्कि एक दिन के लिए खुद को प्रशासनिक भूमिका में देख पाया। इसने मुझे मेरे सपनों की दिशा में और मजबूत किया।” प्रिंसिपल्स और शिक्षकों ने भी इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह कदम बच्चों के लिए एक महत्वपूर्ण प्रेरणास्त्रोत साबित होगा। इस अनुभव से छात्रों में पढ़ाई के प्रति नया जोश और भविष्य में सही मार्गदर्शन की अहमियत समझ में आई।
इस तरह की पहल से पढ़ाई के लिए मिलेगा प्रोत्साहन ।
इस तरह की पहल से न केवल छात्रों के आत्मविश्वास में वृद्धि होती है, बल्कि उन्हें सही दिशा में मेहनत करने का भी प्रोत्साहन मिलता है। बच्चों ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि अब वे अपनी पढ़ाई और करियर की दिशा को लेकर अधिक संजीदा हो गए हैं। इससे यह साफ है कि ‘शैडो ऑफिसर’ बनने का मौका बच्चों के लिए केवल एक औपचारिकता नहीं थी, बल्कि एक ऐसा अनुभव था जिसने उनके सपनों को पंख दिए।