हिमांशु साँगाणी पैरी टाइम्स 24×7 डेस्क गरियाबंद
फिंगेश्वर मेटाडोर हादसा गरियाबंद जिले के फिंगेश्वर में तेज रफ्तार मेटाडोर पेड़ से टकराई। हादसे के बाद ड्राइवर वाहन में फंस गया, जिसे बुलडोजर से निकालकर रायपुर रिफर किया गया। पढ़ें पूरी खबर।
गरियाबंद धान से लदे मेटाडोर ने जब रफ्तार की हद पार की, तो हादसे ने भी अपनी हदें लांघ दीं। फिंगेश्वर से कुंडेल की ओर जा रही तेज़ रफ्तार मेटाडोर शुक्रवार शाम कूपी के पास पेड़ से जा टकराई। टक्कर इतनी भीषण थी कि वाहन का अगला हिस्सा पूरी तरह से चकनाचूर हो गया और ड्राइवर मुकेश निषाद कैबिन में बुरी तरह फंस गया।

फिंगेश्वर मेटाडोर हादसा
फिंगेश्वर मेटाडोर हादसा ड्राइवर को तत्काल इलाज के लिए भेजा
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, कुछ ही मिनटों में घटना स्थल पर अफरा-तफरी मच गई। लोग दौड़कर पहुंचे, लेकिन मेटाडोर की हालत ऐसी नहीं थी कि हाथ से कुछ किया जा सके। सूचना मिलते ही फिंगेश्वर पुलिस मौके पर पहुंची और बुलडोजर मंगवाया गया। मशीन से वाहन के परखच्चे उखाड़कर ड्राइवर को किसी तरह बाहर निकाला गया।
प्राथमिक उपचार के बाद रायपुर रिफर
गंभीर रूप से घायल ड्राइवर मुकेश निषाद को पहले फिंगेश्वर स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद रायपुर रिफर कर दिया गया। बताया जा रहा है कि वह कुंडेल में धान लोडिंग के लिए जा रहा था। पुलिस ने वाहन को जब्त कर जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक तौर पर तेज रफ्तार और ड्राइवर की एकाग्रता में कमी को हादसे का कारण माना जा रहा है। हालांकि, पुलिस तकनीकी जांच के बाद ही वास्तविक कारण की पुष्टि करेगी।
खबर मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस टीम
फिंगेश्वर थाना प्रभारी को जैसे ही खबर मिली, उन्होंने टीम भेजकर रेस्क्यू कराया। ड्राइवर की हालत फिलहाल गंभीर है लेकिन खतरे से बाहर बताया जा रहा है । इस रूट पर आए दिन तेज रफ्तार और ओवरलोडिंग के कारण हादसे होते रहते हैं। प्रशासन को चाहिए कि बाबा कूपी के पास ट्रैफिक ब्रेकर या चेतावनी बोर्ड लगवाए जाएं ताकि भविष्य में जान-माल की हानि रोकी जा सके।
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