हिमांशु साँगाणी
गरियाबंद। मालगांव में अवैध रेत खनन थमने का नाम नहीं ले रहा। प्रशासन की आंखों के सामने रेत माफिया रातभर धड़ल्ले से अवैध रेत उत्खनन कर रहे हैं, लेकिन रोकथाम के नाम पर सिर्फ कागजी कार्रवाई हो रही है। 19 फरवरी को खनिज विभाग ने कार्रवाई करते हुए मालगांव कांग्रेसी नेता शफीक खान के तीन ट्रैक्टर और एक जेसीबी जब्त कर 80 हजार रुपये का जुर्माना लगाया, मगर असर सिफर! दोपहर होते ही जब्त वाहन छोड़ दिए गए, और उसी रात से फिर उत्खनन शुरू हो गया ।

रेत माफिया को प्रशासन का खुला संरक्षण या इच्छाशक्ति की कमी
खनिज विभाग ने हाल ही में एक प्राइवेट संस्थान को अवैध रेत और मुरुम के इस्तेमाल को लेकर नोटिस जारी किया था, लेकिन इसका भी कोई असर नहीं दिखा। हर रात मालगांव और आसपास के रेत घाटों से हजारों घनमीटर अवैध रेत खनन किया जाता है, और सुबह होते ही जेसीबी से उसे समतल कर दिया जाता है, ताकि कोई सबूत न बचे।
रात में मशीनें गरजती हैं, प्रशासन मौन साधे बैठा है
स्थानीय लोगों के अनुसार, मालगांव में अवैध रेत खनन के तहत हर रात मशीनें चलती हैं, रेत और मुरुम निकाला जाता है और फिर इसे एक प्राइवेट संस्थान में डंप कर दिया जाता है। मगर प्रशासन की निष्क्रियता और खनिज विभाग की सुस्ती के चलते रेत माफिया बेखौफ होकर अपना खेल जारी रखे हुए हैं।
अब बड़ा सवाल यह है कि क्या प्रशासन अवैध रेत खनन पर रोक लगाएगा, या फिर यह खेल यूं ही चलता रहेगा? मालगांव की रेत अब कानून से भी ज्यादा ताकतवर होती दिख रही है!
इस मामले को लेकर जिला खनिज अधिकारी फागूलाल नागेश ने कहा कि मुझे भी ऐसी शिकायत मिली है । पिछली कार्रवाई के दौरान वाहन मालिक को कड़ी चेतावनी देकर छोड़ा गया था अब इस बार कड़ी कार्रवाई की जावेगी ।