हिमांशु साँगाणी पैरी टाइम्स 24×7 डेस्क गरियाबंद
छुरा तेंदुआ हमला में चार साल के मासूम को तेंदुए ने किया घायल, दादा ने जान जोखिम में डालकर बचाया। जानिए पूरी घटना और गांव में मचा हड़कंप ।
छुरा तेंदुआ हमला में चार साल के मासूम पर घात, दादा ने जान की बाजी लगाकर बचाया
गरियाबंद ग्राम कोठीगांव, विकासखंड छुरा से छुरा तेंदुआ हमला की दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। सोमवार शाम करीब 7 बजे चार वर्षीय प्रदीप नेताम घर के आंगन में खेल रहा था, तभी तेंदुए ने उस पर हमला कर दिया और उसे मुंह में दबाकर जंगल की ओर भागने लगा।

छुरा तेंदुआ हमला
छुरा तेंदुआ हमला में दादा का साहस बना फरिश्ता, जंगल से छुड़ाया पोता
बच्चे की चीख सुनकर दादा दर्शन नेताम ने बिना देर किए तेंदुए का पीछा किया और जान पर खेलकर मासूम को उसके चंगुल से छुड़ाया। घायल बच्चे को तुरंत छुरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां उसका इलाज जारी है।
तेंदुए के खौफ से गांव में दहशत, छुरा तेंदुआ हमला बना चर्चा का विषय
गांव में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि छुरा तेंदुआ हमला करने वाला तेंदुआ अब भी जंगल के आसपास मंडरा रहा है। वन विभाग द्वारा 1000 रुपये की सहायता राशि तो दी गई, पर ग्रामीण सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।
लगातार हो रहे छुरा तेंदुआ हमलों से ग्रामीण सहमे, प्रशासन पर उठे सवाल
यह छुरा तेंदुआ हमला कोई पहली घटना नहीं है। दो हफ्ते पहले पंडरीपानी गांव में भी बुजुर्ग थानसिंग भुंजिया पर तेंदुआ हमला कर चुका है। जंगलों की अवैध कटाई और जलस्रोतों की कमी जंगली जानवरों को गांवों की ओर खींच रही है।
छुरा तेंदुआ हमला प्रशासन के लिए चेतावनी, ग्रामीणों को चाहिए ठोस सुरक्षा
अब समय है कि वन विभाग और प्रशासन छुरा तेंदुआ हमला जैसी घटनाओं को गंभीरता से ले और ग्रामीणों को त्वरित सुरक्षा उपाय मुहैया कराए।
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