हिमांशु साँगाणी
गरियाबंद | छत्तीसगढ़ी फिल्म इंडस्ट्री के मशहूर अभिनेता राजेश अवस्थी का आज अचानक निधन हो गया। दुखद संयोग यह रहा कि जिस जगह से उन्होंने अपने सफर की शुरुआत की थी, वहीं उन्होंने अंतिम सांस भी ली। लेकिन उनके जाने से पहले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें वे बच्चों के बीच अपने संघर्ष की कहानी सुनाते हुए जिंदगी का सबसे अहम सबक दे रहे हैं— “सपने पूरे होते हैं, बस खुद पर भरोसा रखो!”

आखिरी वीडियो: मंच से बच्चों को दिया था सफलता का मंत्र
निधन से कुछ घंटे पहले राजेश अवस्थी गरियाबंद के एक स्कूल समारोह में पहुंचे थे, जहां उनका जोरदार स्वागत हुआ। मंच पर खड़े होकर उन्होंने कहा—
“ऐसा स्वागत आज तक नहीं हुआ!”
इसके बाद उन्होंने बच्चों को अपने शुरुआती दिनों की संघर्ष भरी दास्तान सुनाई। उन्होंने बताया कि बालवाड़ी (किंडरगार्टन) के समय से ही उन्होंने गाना शुरू कर दिया था और पहली कमाई में मिलने वाली चॉकलेट का अनुभव भी साझा किया।
“जब पहली बार मेहनत की कमाई मिली, तो लगा कि हां, जिंदगी में कुछ कर सकते हैं। अगर तुम भी सच्चे मन से मेहनत करोगे, तो दुनिया तुम्हारी राह देखेगी!”
आशीष शर्मा के साथ गुजारे आखिरी पल
गरियाबंद में अभिनेता अपने सबसे करीबी दोस्त आशीष शर्मा के घर पर ठहरे थे। वे चुनाव प्रचार के सिलसिले में आए थे, लेकिन स्कूल समारोह में शामिल होकर बेहद खुश नजर आ रहे थे।
रात में अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद आशीष शर्मा उन्हें तुरंत जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, इस दौरान आशीष शर्मा रास्ते भर उन्हें सीपीआर देते रहे हॉस्पिटल पहुंचने पर डॉक्टरों ने भी CPR देकर जान बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन वे सफल नहीं हो सके। अपने करीबी मित्र की मौत से आशीष शर्मा काफी आहत है ।
“गरियाबंद ने मुझे बनाया, और मैं यहीं से विदा हो रहा हूं”
कार्यक्रम में राजेश अवस्थी ने कहा था—
“गरियाबंद मेरी जन्मभूमि है, मैंने यहां से सफर शुरू किया और आज जहां भी हूं, उसकी नींव यहीं रखी गई। जिंदगी में कोई भी काम छोटा नहीं होता, बस दिल से करो, सफलता जरूर मिलेगी।”
उनकी यह बात अब लोगों को झकझोर रही है। क्या उन्हें अहसास हो गया था कि यह उनकी आखिरी मुलाकात होगी?
फैंस भावुक, इंडस्ट्री में शोक की लहर
छत्तीसगढ़ी फिल्म इंडस्ट्री और उनके चाहने वालों के लिए यह खबर किसी सदमे से कम नहीं है। सोशल मीडिया पर उनके आखिरी वीडियो को देख लोग भावुक हो रहे हैं। गरियाबंद से उनके शव को रायपुर उनके निवास ले जाया जाएगा । जहां से महादेव घाट स्थित मुक्ति धाम में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा ।
“उन्होंने जाते-जाते भी हमें एक सीख दे दी— मेहनत से कुछ भी हासिल किया जा सकता है।”
राजेश अवस्थी के शब्द और उनके संघर्ष की कहानी हमेशा याद रखी जाएगी।