हिमांशु साँगाणी/ गरियाबंद
गरियाबंद रेत माफियाओं की हरकतें थमने का नाम नहीं ले रहीं। खनिज विभाग ने अवैध खनन पर नकेल कसने के लिए हर संभव कोशिश की है, लेकिन माफिया जुर्माना भरकर मशीन छुड़ाने और फिर से अवैध खनन शुरू करने से बाज नहीं आ रहे। आज सुबह ही माफिया 75 हजार रुपये का जुर्माना अदा कर जब्त मशीन छुड़ा कर ले गए और फिर से कुरुसकेरा में अवैध खनन में लगा दी इसकी जानकारी मिलने के बाद खनिज विभाग की टीम भी मौके के लिए रवाना हो गई ।
तुरंत कार्रवाई से परेशान माफिया:
जैसे ही विभाग को इस अवैध खनन की सूचना मिली, टीम ने तुरंत घाट से निकल रहे तीन हाइवा वाहनों को रास्ते में रोककर जब्त कर लिया। लेकिन इस बार माफियाओं ने अंधेरे का फायदा उठाकर मशीन को छुपा दिया, जिसे अब विभाग की टीम ढूंढने में जुटी है। खनिज विभाग के अधिकारी फागुलाल नागेश ने कहा कि विभाग माफियाओं की हर चाल पर नजर रखे हुए है, और इस बार मशीन मिलते ही उन पर पहले से भी ज्यादा जुर्माना लगाया जाएगा।
माफियाओं का दुस्साहस या कानून का मजाक?
मामले ने सवाल खड़े कर दिए हैं कि क्या माफिया जुर्माना देकर कानून को अपने पक्ष में मोड़ सकते हैं, या विभाग की सख्ती उन्हें रोकने के लिए काफी है। खनिज विभाग की बार-बार कार्रवाई के बावजूद, माफिया अपनी चालाकियों से विभाग को चुनौती दे रहे हैं। अब माफियाओं के खिलाफ कड़े कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि वे जुर्माना भरकर दुबारा अवैध गतिविधियों में शामिल न हो सकें।
खनिज विभाग की कड़ी चेतावनी:
इस बार विभाग के अधिकारी स्पष्ट कर चुके हैं कि मशीन जब्त होने पर माफियाओं को पहले से भी भारी जुर्माना भुगतना पड़ेगा। खनिज विभाग की ओर से लगातार कार्रवाई से यह संदेश साफ है कि माफिया अपनी चालबाजियों से कानून को बार-बार नहीं झुका सकते। वे किसी भी कीमत पर अवैध खनन को नहीं बख्शेंगे।