हिमांशु साँगाणी पैरी टाइम्स 24×7 डेस्क गरियाबंद
मीडिया का अपमान पड़ा महंगा गरियाबंद में पत्रकारों पर अपमानजनक टिप्पणी करने वाले परमेश्वरी फ्यूल्स संचालक ने थाने पहुंचकर माफी मांगी। पहले सोशल मीडिया ग्रुप में बोले अपशब्द, फिर पत्रकारों की शिकायत पर बदला सुर। जानिए पूरा मामला।
गरियाबंद/फिंगेश्वर: राजिम के पितईबंद में अवैध रेत खदान पर कवरेज के दौरान माफियाओं की हवाई फायरिंग से बाल-बाल बचे पत्रकारों पर पूरे प्रदेश में सहानुभूति है। लेकिन इसी बीच बोरसी स्थित परमेश्वरी फ्यूल्स के संचालक ने व्हाट्सएप ग्रुप में पत्रकारों को लेकर अपशब्द कह डाले और जैसे ही पत्रकारों ने थाने में शिकायत दी, साहब का सुर बदल गया।

मीडिया का अपमान पड़ा महंगा
मीडिया का अपमान पड़ा महंगा शिकायत हुई तो थाने पहुंच मांगी माफी
पहले तो बोरसी टू बोरसी व्हाट्सएप ग्रुप में बड़े भाव से पत्रकारों पर टिप्पणियां लिखी गईं शब्द ऐसे कि स्क्रीन भी शर्मा जाए। लेकिन जैसे ही पत्रकारों ने एकजुट होकर फिंगेश्वर थाने में शिकायत दी, परमेश्वरी फ्यूल्स वाले अचानक से पेट्रोल पंप संचालक से पश्चातापी पथिक में बदल गए।
हाथ जोड़कर थाने पहुंचे, और पत्रकारों के पीछे-पीछे माफी मांगने पहुंचे। इतना ही नहीं, जिस ग्रुप में अपशब्द बोले थे, वहीं ग्रुप में अब विनम्रता से लिखा: जो कुछ भी मैंने लिखा, वो मेरी गलती थी। सभी पत्रकार साथियों से क्षमा चाहता हूँ।

पत्रकारों की प्रतिक्रिया पत्रकारों ने कहा
हम सच की लड़ाई लड़ते हैं, गालियों के जवाब में कानून का सहारा लेते हैं। पत्रकारिता को कोई अपने निजी बैर में न घसीटे।
राजनीतिक और सामाजिक समर्थन
प्रदेश भर के नेताओं और जनप्रतिनिधियों ने खुलकर पत्रकारों का समर्थन किया है। सबका मानना है कि अगर पत्रकार नहीं होते, तो ऐसे रेत माफिया खुलेआम बेलगाम होते। जो लोग व्हाट्सएप पर पत्रकारों के खिलाफ ईंधन से भरी भाषा में आग लगाते हैं, वही लोग जब थाने का बोर्ड देखते हैं तो भाषा भी बदल जाती है और चाल भी। पेट्रोल पंप चलाइए, पेट्रोल भरिए, पर पत्रकारों के आत्मसम्मान से न टकराइए। क्योंकि एक खबर आपकी इमेज में छेद कर सकती है।
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