हिमांशु साँगाणी पैरी टाइम्स 24×7 डेस्क गरियाबंद
अनोखा विरोध डुमरबहाल-मानकीगुड़ा रोड की हालत इतनी खराब है कि स्थानीय प्रत्याशी विवेकानंद यादव ने विरोध जताते हुए कीचड़ में धान के पौधे रोप दिए। पढ़िए खबर Pairi Times 24×7 पर।
गरियाबंद जिले के डुमरबहाल से मानकीगुड़ा तक की सड़क पर बरसात में चलना किसी युद्ध से कम नहीं। हर साल कीचड़, गड्ढे और फिसलन से लोग गिरते हैं, घायल होते हैं, लेकिन प्रशासन की तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। इस बार जनता की हताशा को आवाज दी जिला सदस्य पद के प्रत्याशी विवेकानंद यादव ने। उन्होंने इस दलदली सड़क पर धान के पौधे रोपकर एक करारा व्यंग्य किया और कहा अब अगर कोई गिरेगा, तो कम से कम लगेगा कि वह खेती में योगदान दे रहा है।

अनोखा विरोध
अनोखा विरोध प्रशासन की नींद तोड़ने की नई तरकीब कीचड़ से परेशान ग्रामीणों का अनोखा विरोध
सड़क निर्माण की बार-बार मांग के बावजूद डुमरबहाल-मानकीगुड़ा मार्ग पर कोई सुनवाई नहीं हुई। विवेकानंद यादव का यह प्रतीकात्मक प्रदर्शन प्रशासन को आइना दिखाने जैसा है।

गांववालों ने चुटकी लेते हुए कहा
अगर इसी तरह हाल रहा, तो अगली बार यहां धान के साथ सब्जी भी उगाई जाएगी जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है ।
तस्वीर में विवेकानंद धान के खेत जैसे रोड पर खड़े नजर आए
इस विरोध की तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। फोटो में विवेकानंद यादव कीचड़ भरे रास्ते में धान लगा रहे हैं और सड़क की हालत पर तंज कस रहे हैं।
कमेंट्स में लोग लिख रहे हैं
छत्तीसगढ़ सरकार को खेती की नई संभावनाएं दिखाने के लिए धन्यवाद रोड नहीं बनी तो क्या, अब धान उत्पादक सड़क’l बन गई है!
अब सवाल प्रशासन से
सड़क बनेगी या फसल काटने का समय तय किया जाए?
प्रशासन से अब यह सवाल पूछा जा रहा है कि
क्या सड़क की मरम्मत तब होगी जब वहां धान तैयार हो जाएगा?
या फिर बारिश थमने और फोटो वायरल होने के बाद अधिकारियों की नींद खुलेगी?
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